unseen poem in hindi with questions and answers :आज के ब्लॉग मै हम सीखते हैं नई कविताएँ पढ़ने का मज़ा! ये वो कविताएँ होती हैं, जिन्हें हमने पहले कभी नहीं पढ़ा होता. स्कूल में भी ऐसी कविताएँ पूछ ली जाती हैं, ताकि पता चले हम कितना समझते हैं और कितना सोचते हैं. लेकिन क्या ये कविताएँ सिर्फ परीक्षा के लिए हैं? नहीं! ये तो अपनी समझ बढ़ाने और नई चीज़ें सीखने का शानदार तरीका हैं.
unseen poem in hindi with questions and answers ( classs 6 to 10)
आज के इस ब्लॉग मै हम क्लास 6 से लेकर 8 तक के अनसीन poemsके बारे मै जानेगे। कभी गौर किया है? विज्ञापनों में भी छोटी छोटी कविताएँ होती हैं, जो कुछ ही शब्दों में बहुत कुछ कह देती हैं. अगली बार जब कोई विज्ञापन देखें, तो उसके इस्तेमाल किए गए शब्दों और भावों पर ध्यान दें.
unseen poem in hindi for class 6

पत्तियाँ झरती हैं धीरे-धीरे,
मानो कहती हैं कुछ अधूरी ख्वाहिशें।
हवा में गुनगुनाती है विरह की तान,
शायद विदा ले रही है धीरे-धीरे बहार।
प्रश्न 1: कविता में किस मौसम का वर्णन किया गया है? उत्तर 1: कविता में शरद ऋतु का वर्णन किया गया है। झड़ते पत्ते और विरह की तान इसी ऋतु के संकेत हैं।
प्रश्न 2: कवि पत्तों को किस रूप में देखता है? उत्तर 2: कवि पत्तों को अधूरी ख्वाहिशें व्यक्त करते हुए देखता है।
प्रश्न 3: कविता का भाव क्या है? उत्तर 3: कविता में विरह और प्रकृति का संयोजन है। झड़ते पत्तों और बहार की विदाई में कवि प्रकृति के परिवर्तन के साथ ही जीवन की क्षणभंगुरता का भी संकेत देता है।
unseen poem in hindi for class 7
चाँद चमक रहा था आसमान में, टिमटिमाते तारों का था जमघट। हवा में शीतलता घुल रही थी, पंछी सोए थे अपने घोंसलों में सट।
छोटी सी बच्ची खिड़की से झांकती, चाँद को छूने की ख्वाब संजोती। माँ ने आकर पूछा, “क्या देख रही है तू?” बच्ची बोली, “माँ, कल चाँद को लाना दू!”
प्रश्न 1: रात में कैसा वातावरण था?
उत्तर 1: रात में आसमान में चाँद चमक रहा था और तारे टिमटिमा रहे थे। हवा में शीतलता थी और पंछी सोए हुए थे।
प्रश्न 2: बच्ची खिड़की से क्या देख रही थी?
उत्तर 2: बच्ची खिड़की से चाँद को देख रही थी।
प्रश्न 3: बच्ची की माँ ने उससे क्या पूछा?
उत्तर 3: बच्ची की माँ ने उससे पूछा कि वह क्या देख रही है।
unseen poem in hindi for class 7
खिली धूप, हवा में शीतलता, पेड़ों पर झूलती कोमल पत्तलता।
चहकते हुए पंछी गाते मधुर स्वर, खिलखिलाते बच्चे, मन में है भरपूर।
प्रश्न 1 :कविता में वर्णित मौसम कौन-सा है?
उत्तर 1: कविता में वर्णित मौसम
प्रश्न 2:पेड़ों पर क्या झूल रहा है?
उत्तर 2: पेड़ों पर कोमल पत्तलता झूल रही है।
unseen poem in hindi for class 8
दी बहती है धीरे-धीरे, लहरें गाती हैं मीठे स्वर में।
पहाड़ों से निकलकर मैदान में आई,
खेतों को सींचती, प्यास बुझाती।
कभी शांत, कभी रौद्र रूप धारती,
हर मौसम में अपना सफर जारी रखती।
मछलियाँ करती हैं कलकल ध्वनि,
किनारे पर बच्चे खेलते मस्ती में।
प्रश्न 1:नदी कहाँ से निकलती है?
उत्तर 1: नदी पहाड़ों से निकलती है।
प्रश्न 2: नदी किस काम आती है?
उत्तर 2:नदी खेतों को सींचती है और प्यास बुझाती है।
unseen poem in hindi for class 9
कागज के पन्नों में छिपा है जहान,
हर किताब खोल दे ज्ञान का द्वार।
शब्दों का जादू मन को मोह लेता,
कहानियाँ, कविताएँ, इतिहास का सार।
वीरों की गाथा, धर्म की महिमा,
विज्ञान का चमत्कार, प्रकृति का सौंदर्य।
पुस्तकें साथ चलती हैं हर राह पर,
जीवन का पाठ पढ़ातीं हैं सत्य।
प्रश्न 1: पुस्तक किस प्रकार ज्ञान का द्वार खोलती है?
उत्तर 1:पुस्तक शब्दों के जादू से ज्ञान का द्वार खोलती है।
प्रश्न 2: पुस्तकों में हमें क्या-क्या मिलता है?
उत्तर 2:पुस्तकों में हमें वीरों की गाथा, धर्म की महिमा, विज्ञान का चमत्कार, प्रकृति का सौंदर्य, कहानियाँ, कविताएँ और इतिहास का सार मिलता है।
unseen poem in hindi for class 10
सूरज की किरणें धीरे से जागीं,
पहाड़ों की चोटी को छूकर भागीं।
खेतों में लहलहाती फसलें हंसीं,
पंछी कलरव से सुबह को जगाईं।
किरणें झरनों को चमकाती चलीं,
फूलों की पंखुड़ियों को खोलती चलीं।
पेड़ों पर चिड़ियाँ चहचहाती मिलीं,
नदीं में लहरें हिलोरें लेती चलीं।
प्रश्न 1:सुबह के समय प्रकृति कैसी दिखाई देती है?
उत्तर 1:सुबह के समय प्रकृति जीवंत और खुशहाल दिखाई देती है।
प्रश्न 2:रज की किरणें किस तरह से प्रकृति को जगाती हैं?
उत्तर 2: सूरज की किरणें पहाड़ों की चोटी को छूकर, खेतों को जगाकर, झरनों को चमका कर, फूलों को खोल कर प्रकृति को जगाती हैं।